Date : January 25, 2025


Humsafar Shayari in hindi

Humsafar Shayari in hindi

Humsafar Shayari in hindi 💑 हमसफ़र शायरी

Humsafar Shayari केवल कविताएं नहीं हैं, बल्कि यह प्यार, साथ और भावनात्मक जुड़ाव की एक गहरी अभिव्यक्ति है। हर किसी को ज़िन्दगी में एक “हमसफ़र” की तलाश होती है, जो उनके साथ चले, उनकी खुशियों में शामिल हो और मुश्किलें हल्की करे। शायरी, जो उर्दू कविताओं का एक अनमोल रूप है, इन भावनाओं को बेहद खूबसूरती से पेश करती है। हमसफ़र शायरी, खासतौर से, दिलों में जगह बनाती है क्योंकि यह प्रेम, साथ और समर्थन का संदेश देती है।

Humsafar Shayari in Hindi

एक हमदम सिर्फ़ साथ चलने वाला नहीं होता, बल्कि वो इंसान होता है जो ज़िंदगी के हर उतार-चढ़ाव में आपके साथ खड़ा रहता है। ये शायरी उस खास रिश्ते की खूबसूरती को बयान करती है, जहां दो लोग एक-दूसरे का साथ हर पल निभाते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

हमारी तो सिर्फ एक ही ख्वाहिश हैं
हर जन्म मेरे हमसफर तुम ही बनों !

 

तेरे बिना ज़िंदगी अधूरी है
तू ही मेरी खुशी,
तू ही मेरी ज़िंदगी है !

 

आगे सफर था और पीछे हमसफर था रुकते तो
सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छुट जाता !

 

तेरे इश्क़ में खो जाना चाहता हूँ
तेरे संग ही जन्नत पाना चाहता हूँ !

 

हमसफ़र साथ हो तो बुढ़ापे में भी
खूबसूरती झलकती है !

 

तेरी हर बात मानता हूँ
क्योंकि तू ही मेरी रूह की रानी है !

 

आप जैसा हँसी हमसफर हो अगर
जा रहे हैं कहाँ सोचता कौन हैं !

 

तेरे हाथों का सहारा है ज़िंदगी का रास्ता
तेरे साथ चलना ही मेरा ख्वाब है !

 

एक ही मंजिल है उनकी एक ही है रास्ता
क्या सबब फिर हमसफर से हमसफर लड़ने लगे !

 

Humsafar Shayari 2 Line

छोटी लेकिन दिल को छू लेने वाली, ये दो लाइन वाली शायरी हमसफ़र के रिश्ते की गहराई को बखूबी बयां करती हैं। कुछ शब्दों में वो एहसास समेटे होते हैं, जो दो दिलों को जोड़कर जिंदगी का सफर आसान और खूबसूरत बनाते हैं।

 

 

 

घंटो चलकर भी वो सफ़र मुक़म्मल नहीं हुआ
जो तेरे साथ कभी लम्हा लगता था |

 

खूबसूरत हैं रास्ते अगर तुम साथ दो
बिना हमसफर इस सफ़र पर कौन चले |

तेरी तस्वीरों में मुझे अपना साया दिखता है
महसूस करता हूं जो यह मन वहीं तो लिखता है !

 

तेरे प्यार में डूब जाना चाहता हूँ
तेरे संग ही जन्म लेना चाहता हूँ !

तू ही मेरी हँसी की वजह है
तेरे बिना ज़िंदगी बेकार है !

 

जिंदगी की राहो में मिलेंगे तुम्हें हजारों हमसफर
लेकिन उम्र भर भूल ना पाओगे वह मुलाकात हूँ मैं !

 

मैं मंज़िल तलक साथ ले जाऊँगा तुम्हे
सफ़र में छोड़ जाना मेरी फ़ितरत नहीं|

 

तुम्हारे साथ जीना चाहते हैं हम
मगर तुम पर मरना नहीं छोड़ेंगे हम |

 

कैसा है ये बेक़रारी का सबब
जानो तुम भी कि इंतज़ार तुम्हारा है |

Wife-Husband Humsafar Shayari

पति-पत्नी का रिश्ता जीवन का सबसे मजबूत रिश्ता होता है। ये शायरी इस रिश्ते की गहराई, प्यार और भरोसे को दर्शाती है। पति-पत्नी एक-दूसरे के सच्चे हमसफ़र होते हैं, जो हर मुश्किल को मिलकर पार करते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

कैसा है ये बेक़रारी का सबब
जानो तुम भी कि इंतज़ार तुम्हारा है |

 

कभी किसी ने ये नहीं कहा की तकलीफ में
हमारा साथ भी सिर्फ वही देती है !

 

तुमसे लड़ते-झगड़ते है और नाराजगी भी रखते हैं
पर तुम्हारे बिना जीने का ख्याल नहीं रखते हैं !

 

जिंदगी में कुछ न पा सकें तो क्या गम है
आप जैसा हमसफर पाया ये क्या कम है !

 

वो मोहब्बत की कुछ ऐसी मिसाल रखता है
के मुझसे ज्यादा ही मेरा ख्याल रखता है|

 

जो ना मिला था अब तक जिंदगी गवा के
वो सब में पा लिया एक तुझे पाकर|

 

शुक्र है खुदा को जो उसेने हमको आप से मिलाया
आप से मिला कर हमको खुशनसीब बनाया|

 

तेरे ही किस्से तेरी कहानियां मिलेंगे मुझेमे
ना जाने किस किस अदा से तू आबाद है मुझ में!

 

खुशी से बीते हर दिन हर रात सुहानी रात हो
जिस तरह आपके कदम पड़े वाह फूलो की बरसात हो!

 

खुदा करे वो मोहब्बत जो तेरे नाम से है
हज़ार साल गुज़रने पे भी जवान ही रहे|

 

Romantic/Love Humsafar Shayari

जब प्यार अपने सच्चे हमराही को पा लेता है, तो ज़िंदगी एक खुशनुमा सफर बन जाती है। ये शायरी उन प्रेमियों की कहानी बयां करती है, जो साथ चलते हैं, एक-दूसरे का साथ पाकर प्यार और खुशियों से भरी जिंदगी जीते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

तो क्या गम है
आप जैसा हमसफर पाया
ये क्या कम है
लव यू डियर जिंदगी !

 

मांगी थी खुदा से ये दुआ मैंने कब से
देना एक हमसफर जो हो अलग सबसे
रब ने मिलन करा दिया आपसे
बोला यहीं अनमोल है सबसे !

 

आपकी खुशी मेरी पहचान है
आपकी मुस्कुराहट मेरी शान है
इसके सिवा कुछ नहीं मेरी जिंदगी में
बस आप ही मेरी जान हो !

 

कुछ लोग शोहरत पर नाज करते हैं
कुछ लोग दौलत पर नाज करते हैं
हमारे पास तो सिर्फ आप हैं इसलिए
हम आप पर नाज करते हैं !

 

ओह मेरे प्यारे पतिदेव
ये दिल हमेशा से आपका था
और केवल आपका ही रहेगा
लव यू डियर जिंदगी !

 

जब मैं आपको बताती हूं कि मैं आपसे प्यार करती हूं
मैं इसे आदत से नहीं कह रही हूं कि
मैं आपको याद दिला रही हूं
आप मेरी जिंदगी हैं !!

 

तुम मेरे सूरज हो
तुम मेरे चांद हो और
मेरे सभी सितारे भी तुम हो
लव यू डियर हबी !

 

भगवान ने मुझे Husband के रूप में
एक अद्भुत उपहार दिया है
मैं अपने जीवन में इस अमूल्य उपहार के लिए
हर एक दिन उनका धन्यवाद करती हूं !

 

फिजा में बहता नशा आप हो
प्यार में छलकता जाम आप हो
सीने में लिए घूमती हैं यादें आपकी
मेरी जिंदगी का दूसरा नाम आप हो|

 

मेरी मंजिल तक जाने वाली राह तुम हो
मंजिल तक ले जाने वाला हमराह तुम हो
मैं तुम्हें क्या बताऊं कि क्या तुम हो
सच कहुं,
तो मेरी मंजिल ही तुम हो|

 

Sacha/Acha Humsafar Shaayari

एक सच्चा हमसफ़र वही होता है, जो वफ़ादार और भरोसेमंद हो। ये शायरी उस खूबसूरत रिश्ते को बयां करती है, जहां प्यार, ईमानदारी और विश्वास ही रिश्ते की नींव बनते हैं, और दो दिल एक-दूसरे के साथ सच्चाई से जुड़े होते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

बिना हमसफर के कब तलक
कोई मसाफ़तों में लगा रहे
जहाँ कोई किसी से जुदा न हो
मुझे उस राह की तलाश है|

 

मेरे रास्ते मेरी मंजिलें
मेरे हमसफ़र मेरे हमनशीं
मुझे लूट कर सभी चल दिए
मेरे पास कुछ भी बचा नहीं|

 

राह के हमसफ़र ऐ मेरे साथिया
ख्वाब में तुम सदा आते जाते रहें
जिंदगी जंग है कण्टकाकीर्ण पथ
शूल या फूल तुम मुस्कुराते रहे|

 

अब वक्त भी कह रहा है
मुझे अपनी हमसफर से मिलवाओ
तुम किसी का प्यार पाओ
और किसी पर प्यार लुटाओ|

 

उल्फत में अक्सर ऐसा होता है
आँखे हंसती हैं और दिल रोता है
मानते हो तुम जिसे मंजिल अपनी
हमसफर उनका कोई और होता है|

 

इतनी अकेली क्यों है ये ज़िंदगी
कोई हमसफ़र क्यों नहीं साथ मेरे
तुम भी दो क़दम साथ चल छोड़ गए बीच मँझधार
अब कटेगी ये ज़िंदगी किसके सहारे|

 

शाम आई तो बिछुड़े हुए हमसफ़र
आंसुओं से इन आंखों में आने लगे
आंखें मंज़र हुई काम नग़्मा हुए
घर के अन्दाज़ ही घर से जाते रहे|

 

जो अपने हमसफ़र थे दुबारा नहीं मिले
पीछे जो रह गये थे मेरे हम-क़दम हुए
कुछ इस तरह से साथ मेरे हमसफ़र चले
साये से जैसे जिस्म कोई बेख़बर चले l

 

ना तो कारवाँ की तलाश है
ना तो हमसफ़र की तलाश है
मेरे शौक़-ए-खाना खराब को
तेरी रहगुज़र की तलाश है|

 

मंजिल मिलने से दोस्ती भुलाई नहीं जाती
हमसफ़र मिलने से दोस्ती मिटाई नहीं जाती
दोस्त की कमी हर पल रहती है यार
दूरियों से दोस्ती छुपाई नहीं जाती|

Humsafar Sad Shayari

कभी-कभी हमसफ़र ही दर्द दे जाता है। ये शायरी उन भावनाओं को बयां करती है, जब हमसफ़र से दूर होने का दर्द या रिश्ते में आई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसमें वो खालीपन झलकता है, जो खास इंसान के ना होने से महसूस होता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

जो लम्हा साथ है उसे जी भर के जी लेना..
कमबख्त ये जिंदगी भरोसे के काबिल नहीं है|

 

मंजिल की तलाश में सफ़र में हमसफर मिल जाते है
और फिर वो हमसफर ही हमारी मंजिल बन जाते है|

 

जरूरते भी जरुरी है जीने के लिये लेकिन
तुझसे जरूरी तो जिंदगी भी नहीं’…

 

दिल में अब कोई हूक नहीं
बस कुछ यादें और कुछ निशानियाँ हैं|

 

तू अगर साथ होता तो कुछ और ही बात होती
अब तो बस तन्हाई और तुझे सोचने की आदत हो गई है|

 

तेरी यादें अब भी दिल को तड़पाती हैं
और हम तेरे बिना जीने की कोशिश में लगे हैं|

 

सफर तो यादों का है पर हमसफर नहीं
अब हर एक कदम पर बस तन्हाई का साया है|

 

सफर तो शुरू हुआ था तेरे साथ पर
अब तेरी यादों के साथ चलना पड़ता है|

 

तेरे साथ बिताए पल अब ख्वाब बन चुके हैं
और हम उन ख्वाबों में जीने की कोशिश कर रहे हैं|

 

सफर तो शुरू हुआ था तेरे साथ पर
अब तन्हाई ने हमें अपना साथी बना लिया है|