Date : January 23, 2025


Motivational Shayari in Hindi

Motivational Shayari in Hindi

Motivational Shayari in Hindi 👳🏼 मोटिवेशनल शायरी

ज़िन्दगी में ऊंचाईयों को पाने की चाह रखने वाले हमेशा मेहनत करते हैं। रास्ते चाहे कितने भी कठिन क्यों न हों, अगर दिल में सच्ची लगन और हौसला हो तो कोई भी मंज़िल मुश्किल नहीं होती। सफलता उन्हीं को मिलती है जो हार नहीं मानते और निरंतर प्रयास करते रहते हैं। अपने सपनों को साकार करने के लिए कभी हार न मानें और हमेशा आगे बढ़ते रहें।

दोस्तों आज मैं आपके लिए सबसे बेहतरीन Motivational Shayari लेकर आपके सामने प्रस्तुत हुई है, क्योंकि जिंदगी में हार जीत तो होती रहती है. लेकिन समस्या तब होती है जब हम किसी महत्वपूर्ण पहलू पर विजय पाने के लिए लंबे समय से प्रयास कर रहे हो और हम अचानक हार जाए या हमें निराशा मिले ऐसे में हमें हौसले की जरूरत होती है. और दोस्तों यहां मैं एक बात क्लियर कर दूं किसी का हौसला बढ़ाना दिलासा देने से कहीं बेहतर है, इसलिए मैं आपके लिए हौसला बढ़ाने वाली सबसे अच्छी Motivational Shayari in Hindi लेकर हाजिर आए है.

एक नया जुनून हमें नई उम्मीद और एक नया साहस देता है, चाहे वह किसी लक्ष्य के सिद्धांत के लिए हो या किसी चुनौती का सामना करने के लिए, यह प्रेरक स्थिति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है की जब आप हारने की कारगार पर हो तो आपका हौसला बढ़ाया जाए ताकि आप नहीं चुनौतियों का सामना कर सके.

ध्यान रहे इस success motivational shayari का सबसे बड़ा योगदान आपको सफलता की तरफ ले जाना है और यह आपका मार्गदर्शन करती है, लेकिन आप कौन सी राह चुनते हैं यह आप पर निर्भर करता है. मैं आशा करता हूं आप अपने लक्ष्य को जल्दी पर्याप्त करेंगे और मेरी द्वारा प्रस्तुत की गई इस शायरी का आनंद लेंगे।

Motivational Shayari

  1. ठोकरें खा के भी ना संभले तो मुसाफ़िर का नसीब,वर्ना पत्थरों ने तो अपना फर्ज़ निभा ही दिया|

  2. जीवन का सबसे बड़ा गुरू वक्त होता है क्योंकि जो वक्त सिखाता है वो कोई नहीं सिखा पाता|

  3. जब तक किसी काम को हम शुरू नहीं करते,तब तक वह नामुमकिन ही लगता है|

  4. उम्र को अगर हराना है तो शौक ज़िंदा रखिये,घुटने चले या न चले,मन उड़ता परिंदा रखिये|

  5. जीवन में सबसे बड़ी खुशी उस काम को करने में है,जिसे लोग कहते हैं कि आप नहीं कर सकते|

  6. खुद पर भरोसा करने का हुनर सीख लो… सहारे कितने भी सच्चे हो,एक दिन साथ छोड़ ही जाते हैं|

  7. जो अपने आप को पढ़ सकता है,वो दुनिया में कुछ भी सीख सकता है|

  8. जीत का स्वाद चखने के लिए,सबसे पहले हार का स्वाद चखना पड़ता है|

  9. कामयाबी का असली मतलब,खुद को बेहतर बनाना ही सच्ची कामयाबी है|

  10. मैं अपना वक्त नहीं बर्बाद करता,क्योंकि मेरा वक्त कीमती है|

  11. हर मुश्किल का सामना हंसकर करो,क्योंकि हंसने वाले की कभी हार नहीं होती|

  12. अपने सपनों को साकार करने का सबसे अच्छा तरीका है,जाग कर काम करना

  13. जीतेंगे हम ये वादा करो,कोशिश हमेशा ज्यादा करो, किस्मत भी रूठे पर हिम्मत ना टूटे,मजबूत इतना इरादा करो!इरादा और कोशिश हमेशा पक्की होनी ही चाहिए।

  14. हवाओं के भरोसे मत उड़,चट्टाने तूफानों का भी रुख मोड़ देती हैं,अपने पंखों पर भरोसा रख,हवाओं के भरोसे तो पतंगे उड़ा करती हैं

  15. हौसले भी किसी हकीम से कम नहीं होते,हर तकलीफ़ में ताकत की दवा देते हैंहौसला है तो ताकत है, इस बात को नकारा भी नहीं जा सकता है।

  16. हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है!दिल से हार गए या हार को मान लेने भर से सच की हार हो जाती है।ये शायरी कहती है कि खुद पर भरोसा रखना सबसे ज्यादा जरूरी है।

  17. न पूछो कि मेरी मंजिल कहां है, अभी तो सफर का इरादा किया है, न हारुंगा हौसला उम्र भर, ये मैंने खुद से वादा किया है।

  18. सब कुछ मिल जाएगा तो तमन्ना किसकी करोगे, अधूरी ख्वाहिशें ही तो जीने का मजा देती हैं!ख्वाहिशें अधूरी हैं तब तक उसका आनंद लीजिए, जब वो पूरी हो जाएंगी क्या करेंगे।

  19. ये जिंदगी हसीन है इससे प्यार करो, अभी है रात तो सुबह का इंतजार करोजिंदगी में प्रेरणा बनी रहती है, जब आप हर ओर प्यार महसूस करते हैं, इसलिए हर पहल नए दिन का इंतजार कीजिए और मेहनत भी।

  20. आंधियों में भी जो जलता हुआ मिल जाएगा,उस दिये से पूछना, मेरा पता मिल जाएगाआप दिक्कतों में भी आगे बढ़ते जाएंगे, आगे जूनून पक्का हो।

  21. सोचने से कहां मिलते हैं तमन्नाओं के शहर, चलना भी जरुरी है मंजिल को पाने के लिए!मंजिल को पाने के लिए सिर्फ सोचने से काम नहीं होता है बल्कि इसके लिए मेहनत करनी होगी है, ये सच है।

  22. लक्ष्य को पाने के लिए यदि हम तन, मन और धन लगा देते हैं, सच कहता हूं दोस्तों, कुंडली के सितारे भी अपनी जगह बदल देते हैंये बात तो है, मेहनत की जाए तो भाग्य तक बदल सकता है. अपने कर्मों पर विश्वास करने की जरूरत होती है।

  23. इत्तिफ़ाक़ अपनी जगह ख़ुश-क़िस्मती अपनी जगहख़ुद बनाता है जहाँ में आदमी अपनी जगह- अनवर शऊर

  24. इन्हीं ग़म की घटाओं से ख़ुशी का चाँद निकलेगाअँधेरी रात के पर्दे में दिन की रौशनी भी है- अख़्तर शीरानी

  25. कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैंनाख़ुदा जिन का नहीं उन का ख़ुदा होता है- बेदम शाह वारसी

  26. कोशिश भी कर उम्मीद भी रख रास्ता भी चुनफिर इस के बाद थोड़ा मुक़द्दर तलाश कर- निदा फ़ाज़ली

  27. ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहलेख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है- अल्लामा इक़बाल

  28. चले चलिए कि चलना ही दलील-ए-कामरानी हैजो थक कर बैठ जाते हैं वो मंज़िल पा नहीं सकते- हफ़ीज़ बनारसी

  29. जहाँ रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगाकिसी चराग़ का अपना मकाँ नहीं होता- वसीम बरेलवी

  30. देख ज़िंदाँ से परे रंग-ए-चमन जोश-ए-बहाररक़्स करना है तो फिर पाँव की ज़ंजीर न देख- मजरूह सुल्तानपुरी

  31. न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगाहमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा- राहत इंदौरी

  32. पैदा वो बात कर कि तुझे रोएँ दूसरेरोना ख़ुद अपने हाल पे ये ज़ार ज़ार क्या- अज़ीज़ लखनवी

  33. फ़राग़त से दुनिया में हर दम न बैठोअगर चाहते हो फ़राग़त ज़ियादा- अल्ताफ़ हुसैन हाली

  34. बारे दुनिया में रहो ग़म-ज़दा या शाद रहोऐसा कुछ कर के चलो याँ कि बहुत याद रहो- मीर तक़ी मीर

  35. मंज़िलें न भूलेंगे राह-रौ भटकने सेशौक़ को तअल्लुक़ ही कब है पाँव थकने से- अदीब सहारनपुरी

  36. ये और बात कि आँधी हमारे बस में नहींमगर चराग़ जलाना तो इख़्तियार में है- अज़हर इनायती

  37. और भी दुख हैं ज़माने में मोहब्बत के सिवाराहतें और भी हैं वस्ल की राहत के सिवा

  38. दिल ना-उमीद तो नहीं नाकाम ही तो हैलम्बी है ग़म की शाम मगर शाम ही तो है

  39. ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहलेख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है

  40. सितारों से आगे जहाँ और भी हैंअभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी हैं

  41. मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंज़िल मगरलोग साथ आते गए और कारवाँ बनता गया

  42. वो अफ़्साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिनउसे इक ख़ूब-सूरत मोड़ दे कर छोड़ना अच्छा

  43. हम को मिटा सके ये ज़माने में दम नहींहम से ज़माना ख़ुद है ज़माने से हम नहीं

  44. जहाँ रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगाकिसी चराग़ का अपना मकाँ नहीं होता

  45. दुश्मनी जम कर करो लेकिन ये गुंजाइश रहेजब कभी हम दोस्त हो जाएँ तो शर्मिंदा न हों

  46. न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगाहमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा

  47. कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैंनाख़ुदा जिन का नहीं उन का ख़ुदा होता है

  48. धूप में निकलो घटाओं में नहा कर देखोज़िंदगी क्या है किताबों को हटा कर देखो

  49. तू शाहीं है परवाज़ है काम तेरातिरे सामने आसमाँ और भी हैं

  50. हज़ार बर्क़ गिरे लाख आँधियाँ उट्ठेंवो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं

  51. उठो ये मंज़र-ए-शब-ताब देखने के लिएकि नींद शर्त नहीं ख़्वाब देखने के लिए

  52. कोशिश भी कर उमीद भी रख रास्ता भी चुनफिर इस के ब’अद थोड़ा मुक़द्दर तलाश कर

  53. बच्चों के छोटे हाथों को चाँद सितारे छूने दोचार किताबें पढ़ कर ये भी हम जैसे हो जाएँगे

  54. मिरे जुनूँ का नतीजा ज़रूर निकलेगाइसी सियाह समुंदर से नूर निकलेगा

  55. रंज से ख़ूगर हुआ इंसाँ तो मिट जाता है रंजमुश्किलें मुझ पर पड़ीं इतनी कि आसाँ हो गईं

  56. कैसे आकाश में सूराख़ नहीं हो सकताएक पत्थर तो तबीअ’त से उछालो यारो

  57. तिरे माथे पे ये आँचल बहुत ही ख़ूब है लेकिनतू इस आँचल से इक परचम बना लेती तो अच्छा था