Date : January 23, 2025


dosti shayari: दिल की गहराईयों से निकली कुछ खास बातें

dosti shayari: दिल की गहराईयों से निकली कुछ खास बातें

dosti shayari: दिल की गहराईयों से निकली कुछ खास बातें

दोंस्ती शायरी, दो दोस्तों के बीच की खूबसूरत भावनाओं और विचारों का संगम है। यह छोटे-छोटे शब्दों में दिल की गहराईयों को बयान करती है और मित्रता की मिठास को दर्शाती है। यह शायरी सच्चे दोस्ती के सम्मान, प्रेम, और वफादारी को कवितामयी अंदाज में प्रस्तुत करती है, जिससे दो दोस्तों के बीच की अटूट बंधन को और भी मजबूत बनाती है।

dosti shayari

 

 

dosti shayari: दिल से दिल तक की आवाज़

  1. दोस्ती की मिठास: इस शीर्षक के अंतर्गत, हम उन शायरी को देखेंगे जो दो दोस्तों के बीच की मधुरता और स्नेह को दर्शाती हैं।

  2. सच्ची दोस्ती: यह शीर्षक उस शायरी को शामिल करेगा जो सच्चे और वफादार दोस्ती की भावना को बयान करती है।

  3. दोस्त के बिना जिंदगी: इसमें उन शायरी को शामिल किया जाएगा जो एक दोस्त के बिना जीवन की अधूरी होने की भावना को बयान करती हैं।

  4. दोस्ती का सम्मान: इस शीर्षक के अंतर्गत, हम उन शायरी को देखेंगे जो दोस्तों के प्रति सम्मान और प्यार को दर्शाती हैं।

  5. दोस्त की यादें: यह शीर्षक उन शायरी को समर्पित होगा जो बीते दिनों की यादों को ताजा करती हैं।

  6. दोस्ती के वादे: इस शीर्षक के अंतर्गत, उन शायरी को शामिल किया जाएगा जो दोस्तों के बीच किये गए वादों और प्रतिबद्धताओं को दर्शाती हैं।

  7. दोस्त का साथ: इसमें उन शायरी को शामिल किया जाएगा जो हर कठिनाई और खुशी में दोस्तों के साथ होने की भावना को बयान करती हैं।

  8. दोस्त की मुस्कान: इस शीर्षक के अंतर्गत, हम उन शायरी को देखेंगे जो दोस्तों की मुस्कान और उनके खुशहाल पलों को बयान करती हैं। 

दोस्ती हमारे जीवन का अहम् हिस्सा है और दोस्त हमारे लिए खास होते हैं और आज हम आपके लिए dosti shayari लेकर आये हैं जिन्हे आप अपने खास दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं साथ ही आप ये शायरी अपने सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं.

दोस्त तो दोस्त होता है दोस्तों फिर चाहे वो कोई भी हो उससे फर्क नहीं पड़ता एक दोस्त आपकी ताकत होता है और अगर दोस्ती पक्की हो तो वह आपके लिए हर उस हद से गुजरने के लिए तैयार रहता है जो उसके बस में हो, तो चलिए हम दोस्ती के लिए लिखे गए इन खास Friendship Shayari का आनंद उठाते हैं.

 

Dosti Shayari Shayari in Hindi खास दोस्ती शायरी

  1. बेशक कम रखता हूं,अपने दोस्त दिल में रखता हूं।

  2. दिन बीत जाते है सुहानी यादें बनकर,बाते रह जाती है कहानी बनकर,पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहते है,कभी मुस्कान तो कभी,आँखों का पानी बनकर।

  3. कहीं अंधेरा तो कहीं शाम होगी,मेरी हर ख़ुशी तेरे नाम होगी,कभी मांग कर तो देख हमसे ए दोस्त,होंठो पर हसीं और हथेली पर जान होगी

  4. लोग रूप देखते है ,हम दिल देखते है ,लोग सपने देखते है हम हक़ीकत देखते है,लोग दुनिया मे दोस्त देखते है,हम दोस्तो मे दुनिया देखते है।

  5. खामोशी भी इजहार से कम नहीं होती ,सादगी भी सिंगार से कम नहीं होती,ये तो अपना अपना ढंग है,दोस्त वर्ना दोस्ती भी प्यार से कम नहीं होती।

  6. Kheench Kar Utaar Dete Hain Umar Ki Chaadar,Ye Kambakht Dost Kabhi Boodha Nahi Hone Dete …

  7. महसूस करो तो “दोस्त” कहना,छलकूं तो “जज़्बात”बदलूँ तो, मुझे ‘वक़्त’ कहना,थम जाऊँ तो “हालात”।

  8. Kaun Chahat Hai Apne Dosto Se Doori,Paapi Pet Ko Paalna Hai Badi Majboori.Maine Bahut Kuch Paya Is Jahaan Mein …Per Jisme Mere Dost Shamil Nahi Hote,Vo Her Khushi Lagti Hai Adhoori.

  9. Khoobsurat Sa Ek Lamha, Kahaani Ban Gya,Jaane Kaise Vo Meri Zindagi Ka Hissa Ban Gya,Ek Dost Aisa Aaya Meri Zindagi Mein,Jis Se Kabhi Na Tootne Wala Rishta Ban Gya …

  10. ज़िन्दगी के उदास लम्हों में,बेवफ़ा दोस्त याद आते हैं।

  11. ज़िद हर इक बात पर नहीं अच्छी,दोस्त की दोस्त मान लेते हैं।

  12. वो कोई दोस्त था अच्छे दिनों का,जो पिछली रात से याद आ रहा है।

  13. शर्तें लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथ,कीजिये मुझे क़ुबूल मेरी हर कमी के साथ।

  14. मेरा ज़मीर बहुत है मुझे सजा के लिए,तू दोस्त है तो नसीहत न कर खुदा के लिए।

  15. कौन रोता है किसी और की खातिर ऐ दोस्त,सब को अपनी ही किसी बात पे रोना आया।

  16. इज़हार-ए-इश्क़ उस से न करना था ‘शेफ्ता’,ये क्या किया की दोस्त को दुश्मन बना दिया।

  17. इसी शहर में कईं साल से मेरे कुछ क़रीबी दोस्त हैं,उन्हें मेरी कोई खबर नहीं, मुझे उन का कोई पाता नहीं।

  18. इस से पहले की बेवफा हो जाएँ,क्यों न ऐ दोस्त हम जुदा हो जाएँ।

  19. दिल अभी पूरी तरह टूटा नहीं,थोड़ी दोस्तों की और मेहरबानी चाहिए।

  20. ऐ दोस्त हम ने तर्क़-ए-मोहब्बत के बावजूद,महसूस की है तेरी ज़रूरत कभी-कभी।

  21. आ की तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैं,जैसे हर शै में किसी शै की कमी पाता हूँ मैं।

  22. मुझे दुश्मन से अपने इश्क़ सा है,मैं तन्हा आदमी की दोस्ती हूँ।

  23. मुझे दोस्त कहने वाले ज़रा दोस्ती निभा दे,ये मुतालबा है हक़ का कोई इल्तिज़ा नहीं है।

  24. मोहब्बत में दिखावे की दोस्ती न मिला,अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला।

  25. मेरे हम-नफ़स मेरे हम-नवा मुझे दोस्त बन के दग़ा न दे,मैं हूँ दर्द-ए-इश्क़ से जान-बा-लब मुझे ज़िन्दगी की दुआ न दे।

  26. मैं हैरान हूँ की क्यों उससे हुई थी दोस्ती अपनी,मुझे कैसे ग़वारा हो गयी थी दुश्मनी अपनी।

  27. भूल शायद बहुत बड़ी कर ली,दिल ने दुनिया से दोस्ती कर ली।

  28. दिन सलीक़े से उगा रात ठिकाने से रही,दोस्ती अपनी भी कुछ रोज़ ज़माने से रही।

  29. मोहब्बत मुझे छोड़ गयी, नफरत ने संभाल लिया,दोस्ती तेरी जरुरत नहीं मुझे दुश्मनों ने पाल लिया।

  30. Zindagi Dukhon Se Bhari Hai,Halaat Ko Merham Banaana Seekh Lo,Jana To Hai Sabko Ik Din Jahaan Se,Filhaal Dosto Ke Sath Zindagi Jeena Seekh Lo …

दोस्ती एक अनमोल रत्न की तरह होती है, जो समय के साथ और भी चमकदार हो जाती है। सच्ची दोस्ती में विश्वास, समझ और वफादारी होती है। दोस्त एक-दूसरे के सुख-दुख में हमेशा साथ रहते हैं, कठिनाईयों का सामना करते हैं, और एक-दूसरे को प्रेरित करते हैं। दोस्ती का बंधन इतना मजबूत होता है कि यह जीवन के हर मोड़ पर संजीवनी का काम करता है। यह एक ऐसा रिश्ता है जो दिल से दिल तक की बात पहुंचाता है और जीवन को रंगीन बनाता है।