Jhoot Shayri : दोस्तों यहाँ पे हम आपके लिए एक से बढ़कर एक झूठ शायरी आपके लिए लेके आये है जिसे आप उन लोगों के साथ शेयर कर सकते है जिसने आपके साथ झूठ बोला है या आपको धोखा दिया है। तो चलिए शायरी के माध्यम से अपने दिल के बातों को बाहर निकलते है। ये रहा झूठ के ऊपर शायरी हिंदी में।
झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गये
और मैं था कि सच बोलता रह गया
किसी से झुठी मुहब्बत, किसी से सच्चा बैर
मैं कर तो सकता हूँ ये सब, मगर नहीं करूंगा
मैं तुम पर हर बार भरोसा करता हूँ
इतना सच्चा झूठ तुम्हारा होता है
इसीलिए तो सबसे ज़्यादा भाती हो
कितने सच्चे दिल से झूठी क़समें खाती हो
जादू है या तिलिस्म तुम्हारी ज़बान में
तुम झूठ कह रहे थे मुझे एतबार था
सच घटे या बढ़े तो सच न रहे,
झूठ की कोई इन्तहा ही नहीं
माना के मैं ‘झूठ” बोलता हुँ,
पर तुमसे कही हर बात तो सच्ची थी।
जिनसे कभी कोई सच ना छिपाया वही
आज हमसे बोले कि झूठ में तो हमने पी. एच. डी. कर रखी है।
झूठ पर झूठ कितना बोलोगे
क्या कभी सच के तराजू पर खुद को तौलोगे
जब मुश्किलों में खुद को पाओगे
छोड़कर झूठ का परचम सत्य की राह अपनाओगे।
अगर तुम्हें ख़ुशी मिलती हैं हमसें बात ना करके तो हम
दुआ करते हैं की आप की ख़ुशी कभी कम ना हों।
हालात सिखाते हैं,
बातें सुनना और सहना
वरना हर व्यक्ति स्वभाव से
बादशाह ही होता है ।
इस अकेलेपन से अब तंग आ गया हूं,
इसलिए बहुत से आईने खरीद लाया हूं।
झूट के आगे पीछे दरिया चलते हैं
सच बोला तो प्यासा मारा जाएगा
दोस्तों आशा करता हूँ की ये झूट शायरी हिन्द में आपको पसंद आएं होंगे और आपके दिल के अंदर के तार को झकझोर के रख दिए होंगे। इसे शेयर जरूर करें।