Date : January 27, 2025


Best Feeling Shayari In Hindi 2025

Best Feeling Shayari In Hindi 2025

Best Feeling Shayari In Hindi 2025 

Feeling Shayari In Hindi : अगर आप किसी को अपनी भावनाएँ बताने में संकोच करते हैं या अपने दिल की बात सही ढंग से नहीं कह पाते हैं, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। हम आपके लिए लाए हैं खास “Feeling Shayari” जो आपकी भावनाओं को सही शब्दों में व्यक्त करने में मदद करेगी।

हम सभी जानते हैं कि कभी-कभी शब्दों को सही तरीके से व्यक्त करना मुश्किल हो जाता है, खासकर जब बात दिल की होती है। इसलिए, हमने आपके लिए हिंदी में कुछ बेहतरीन फीलिंग शायरी तैयार की है, जिसे आप अपने बॉयफ्रेंड या गर्लफ्रेंड के साथ शेयर कर सकते हैं।

इसके अलावा, हमने फीलिंग शायरी की कुछ खूबसूरत इमेजेज़ भी शामिल की हैं, जिन्हें आप डाउनलोड कर सकते हैं और अपने खास लोगों को भेज सकते हैं। ये शायरी और इमेजेज़ आपकी भावनाओं को बेहतर तरीके से प्रकट करने में मदद करेंगी और आपके संदेश को और भी प्रभावशाली बना देंगी।

तो, चाहिए बिना किसी देर के, इन फीलिंग शायरी को पढ़ें और अपने दिल की बात शेयर करें। हमें उम्मीद है कि ये Feeling Shayari In Hindi आपके दिल की गहराइयों को सही तरीके से व्यक्त करने में सहायक साबित होगी और आपके रिश्तों में एक नई मिठास लाएगी।

बिन तेरे मेरी हर ख़ुशी अधूरी है,
फिर सोच मेरे लिए तू कितनी जरुरी है !

 

अपनो ने अकेला इतना कर दिया,
कि अब अकेलापन ही अपना लगता है।

 

चेहरे पर हंसी छा जाती है
आँखों में सुरूर आ जाता 
जब तुम मुझे अपना कहते हो
मुझे खुद पर गुरुर आ जाता है।

 

कांटे तो नाम से बदनाम है वर्ना
चुभती तो निगाहे भी है और,
काटती तो जुबान भी हैं।

 

जिसके आने से मेरे ज़ख्म भरा करते थे !!
अब वो मौसम मेरे ज़ख्मो को हरा करते हैं !!

 

निगाहों से तेरे दिल पर पैगाम लिख दूं
तुम कहो तो अपनी रूह तेरे नाम लिख दूं !

 

तन्हा रातें कुछ इस तरह से डराने लगी मुझे,
मैं आज अपने पैरों की आहट से डर गया..!!

 

“ना तुझ में कोई खुशबु है, ना तुझ में नमी।
फिर कैसे मैं तुझे, हवा में भी Feel करता हूँ।”

भुलना भुलाना दिमाग का काम है,
तुम दिल मे रहती हो बेफिक्र रहो।

 

काश तुम भी मुझे एसे चाहो,
जैसे तकलीफ में इन्सान सुकून चाहता है !!

 

आँखों से भी लिखी जाती है दास्तानें !!
हर कहानी को कलम की जरूरत नहीं होती !!

 

मुझे भेजा था रब ने दुनियां देखने को
और मैं एक ही चहरे को तकता रह गया !

 

चाहे जितना भी किसी को अपना बना लो,
वो एक दिन आपको गैर महसूस करा ही देते हैं!

 

अब मत खोल मेरी ज़िंदगी की पुरानी किताबों को,
पहले जैसा मैं रहा नहीं, नया हूँ वो मिलूंगा नहीं।

 

“कुछ हफ्ते पहले दिल मांग कर गया था,
मैं दिल हाथों में ले कर खड़ी हूँ कुछ हफ्तों से।”

 

जहर दिल में है जुबां गुड़ की डली है यारों
ये जो दुनिया है बस ऊपर से भली है यारों

झुक के तेरे आगे ये इकरार करती हूँ मैं !!
तुमसे मेरी जान बहुत प्यार करती हूँ !!

 

बहुत खूबसूरत वो रातें होती है
जब तुमसे दिल की बातें होती है !

 

अभी जरा वक़्त हैं उसको मुझे अजमाने दो,
वो रो-रोकर पुकारेगी मुझे बस मेरा वक़्त तो आने दो..!!

 

अंधे निकालते है नुक्स मेरे किरदार में,
और बहरो को ये शिकायत है कि हम झूठ बोलते है।

 

“तुम्हारे लिए जो मेरी Feeling है,
कभी भी किसी और के लिए हो नहीं सकती।”

 

और कितना दूर जाऊ मैं अपनी यादों से,
अब तो अपना अक्स भी मुझे अनजाना सा लगता है।

 

जानते पहचानते लोग किसी काम के नहीं निकले,
अंजान लोगों ने उम्मीद से ज्यादा मदद की..!!

 

माना कि सब के सामने मिलने से है हिजाब
लेकिन वो ख़्वाब में भी न आएँ तो क्या करें

चूम लूँ तेरे गालों को दिल की ख्वाहिश है
ये में नहीं कहता ऐसी दिल की फरमाहिश है !

 

इंसान सिर्फ एक कारण से अकेला पड़ जाता हैं,
जब उसके अपने ही उसे गलत समझने लगते हैं..!!

 

कुछ किरदार से निकलती है वफादारी की महक,
वक्त का मारा हर इंसान बेईमान नही होता।

 

“तुम बस बदल जाओ,
मेरी Feeling भी तुम्हारे लिए बदल जायेगी।”

 

समंदर तो नाकाम रहा मुझे डुबाने में,
अब तेरी आंखों की बारी है।

 

किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं
अल्फ़ाज़ से भरपूर मगर खामोश।

 

सारी दुनिया की मुहब्बत से किनारा कर के !!
हमने रखा है फकत खुद को तुम्हारा कर के !!

 

जुबान लड़ाना मूर्खी का काम है
तुम तो समझदार हो आओ नैन लड़ाए !

गरीबी खुद के सिवा औरो पे ‪असरदार नहीं होती,
शायद इसलिए ‪‎भूखो की कोई सरकार नहीं होती..!!

 

पहली बरसात गिरी और कानों को बस इतना कह गयी।
गर्मी किसी की भी हमेशा नही रहती।

 

“तुम नहीं होती तो,
मेरी Feelings का क्या होता।”

 

फितरत थी उसकी धोका देना,
धोके से हर बार धोके दिए।

 

अधूरी मोहब्बत मिली तो नींदें भी रूठ गयी,
गुमनाम ज़िन्दगी थी तो कितने सकून से सोया करते थे।

 

चाहत में हमने उनको बस बेवजह ही चाहा !!
लेकिन वो हमेशा हमें चाहने की वजह पूछते रहे!!

 

गिले भी हैं तुझसे शिकायतें भी हजार हैं
फिर भी जाने क्यों मुझे तुझसे ही प्यार है !

 

कभी रो के मुस्कुराए,कभी मुस्कुरा के रोए,
जब कभी तेरी याद आयी , तुझे भूला के रोए।
तेरे नाम को न जाने कितनी बार लिखा हमने।
जितना लिख के खुश हुए,उतना मिटा के रोए।।

“ज़िंदगी तुम्हारी है,
अपने Feel के साथ जिओ।”

 

गलतफहमी मैं थे वो के हम,
धोके मैं है जो इतने हमे धोके दिए।

 

आदत हो गई है तन्हाई काटने की
हिम्मत नहीं होती अब किसी से
दिल लगाने की..!!

 

पतझड़ में केवल पत्ते गिरते है।
नजरों से गिरने का कोई मौसम नही होता ।

 

रात का मौसम हो, नदी का किनारा हो
गाल आपका हो और किस हमारा हो !

 

हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले हैं,
पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं..!!

 

लोहे की बेड़ियों से ज्यादा असर रखता है सिंदूर।
दो दिल बिना मर्जी के पूरी जिंदगी गुजार देते हैं।

 

“कहाँ मन्नत मांगू,
कि तू मेरी हो जाए।”

ये तो बस वोही जान सकता है मेरी तन्हाई का आलम,
जिसने ज़िंदगी में किसी को पाने से पहले खोया हो।

 

जाया ना कर अपने अल्फ़ाज़ हर किसी के लिए
बस ख़ामोश रह कर देख तुझे समझता कौन है।।

 

तुम्हें देखकर मैं खुद को भूल जाता हूँ
तन्हाई में अक्सर ग़ज़ल गुनगुनाता हूँ ।
इश्क़ हो गया है या कोई और बला है,
बेवजह यूँ हर घड़ी अब मुस्कुराता हूँ ।।

 

मुझे कबूल ये भी नही तुझे आइना देखे,
तुझे बस मैं देखू, या फिर मेरा खुदा देखे !

 

तेरे पहलू मे जो वक्त हमने था गुजारा,
लाख कोशिशें की पर बहुत मुश्किल था उसे भुलाना..!!

 

अच्छा है ये दिल अंदर होता है,
बाहर होता तो हमेशा पट्टी में लिपटा रहता !!

 

“ज़िंदगी की दरिया में,
जो बेखौफ तैरते है वही पार कर पाते है।”

 

हर कोई नहीं समझ सकता दर्द हर किसी का,
रोटी की अहमियत सिर्फ भूखे को पता होती है।

जी चाहता हैं तुम से प्यारी सी बात हो
हसीं चाँद तारे हो, लंबी सी रात हो !

 

दर्द जब हद से ज्यादा बढ़ जाए,
तो वो ख़ामोशी का रूप ले लेता है।

 

इस बारिश में गर तू साथ हो तो फिर क्या बात हो,
भीग जाऊ तेरे इश्क़ में, तो कुछ और बात हो।

 

“फिर एक दिन वो लोग भी सो जाते है,
जिनको रात भर नीद नही आती…”

 

“तू तो साथ नहीं रही,
तेरी आदतें अभी भी मेरे साथ रहती है।”

 

मुझे तो आज पता चला की मैं किस कदर तन्हा हूँ,
पीछे जब भी मुड़ कर देखूं तो मेरा साया भी मुँह फेर लेता है।

 

ख्वाहिशों ने सिखाया कि मचलना कैसे है,
तो हकीकत ने सिखाया चुप रहकर जीना कैसे है!

 

लोहे की बेड़ियों से ज्यादा असर रखता है सिंदूर।
दो दिल बिना मर्जी के पूरी जिंदगी गुजार देते हैं।

अकेले जीना सीख जाता है,
इंसान जब उसे पता लग जाता है
की अब साथ देने वाला कोई नहीं है।

 

 हर पीछे पड़ने वाला शख्स, 
आशिक नही होता।  

 

मेरी ज़िंदगी के खास पल वो है,
जो तुम्हारे साथ बिताएं।

 

दवाई सस्ती कर दो साहब,
अब बेटे से पैसे मांगने में शर्म आ रही है।

 

वक्त और दुनिया किसी के लिए नहीं रूकती,
मैं बस तुम्हारे इंतज़ार में अपनी दुनिया रोक के बैठा हूँ।

 

तेरी कारीगरी भी अब पहले सी न रही,
तू हर शख्स को इंसान बनाता क्यों नहीं।

 

गम हूँ, दर्द हूँ, साज हूँ या आवाज हूँ,
जो भी हूँ मैं, बस तुम बिन उदास हूँ!

 

तेरी हर ख़ुशी में मैं खुद को पाता हूँ,
तेरे बिना हर दर्द को सहता रहता हूँ।