बदमाश तो हम बचपन से है, कई लोगो को ठोक रक्खा है,
और तुझे तो कबका बिछा देते जरा मां बाप ने रोक रक्खा है…!
मोहब्बत थी इसलिए हार मान गया,
ज़िद होती तो तुझे ऐसा बर्बाद करता,
तेरी नशले भी याद करके रोती….!
हम तो चाहते है लोग हमसे नफरत करे,
वैसे भी मोहब्बत कौनसी सच्ची करते है…!
हम उन लोगो में से है मेरे भाई,
अगर गलती तेरी भी होगी ना,
तो भी सामने वाला ही मार खाएगा…!
हमारी ख़ामोशी का चर्चा पूरे शहर में है
ये न समझो हमारा अंदाज बदल गया है
कुछ पल के खुद को बदल कर देखा है
तुम्हारी भूल है कि हमारा मिजाज बदल गया।
मेरी सराफत से तुमको हैरानी है
चलो बदल लेते हैं अंदाज फिरसे
फिर मत कहना कि बुरा हो गया हूँ
बदला सा हो गया है मिजाज फिरसे।
कई तूफ़ान हमसे टकरा के लौट चुके है
कोई डाली नहीं जो झुक जाऊँगा
मेरी हद से दूर रहने में ही भलाई है
मेरे दायरे में आ गया तो बहुत बुराई है।
मत उलझो हमसे, हम खुद नहीं समझ पाए
अपने आप को तुम क्या खाक समझोगे हमें।
हमारा ऐटिटूड कुछ ऐसा है
खामोशी मिजाज, चेहरे पर मुस्कुराहट।

क्योंकि दबे ने जब तक घोड़ा, तब तक बंदूक भी खिलौना ही होता है।
हमसे टकराने की हिम्मत मत करना
हम खुद नहीं समझ पाए, तुम क्या समझोगे हमें।
रुतबा वही शख्स का होता है जो वक्त बदल सके
हम तो वक्त के साथ खेलना जानते हैं।
हमारी बदमाशी हमारी निशानी है
आओ कभी हवेली पे अगर कोई परेशानी है
सुन बे छोरी, मेरे पास ऐटिटूड है
तेरे बाप का पैसा नहीं जो खत्म हो जाए
जिन्हें लगता है वो हमें हरा देंगे
वो ये नहीं जानते कि हम हारना नहीं जानते
हमसे टकराने का मजाल मत करना
वरना बची हुई जिंदगी का सफर छोड़ देगा
किसी के पैरों में गिरकर कामयाबी पाने के बदले
अपने पैरों पर चलकर कुछ बनने की ठान लो।

हमारे तो दोस्त भी किसी जादुई ताबीज़ से कम नहीं
गले लगते ही सारे गम खींच लेते हैं।
अकेला आया था, अकेला ही जाऊंगा, हाँ हारा हूँ
एक ना एक दिन जीत के दिखाऊंगा।
हम वो किंग हैं जो बिना मुकुट के भी राज करते हैं।
हथियार तो शोंक के लिए रखते हैं
खौफ के लिए तो आँखें ही काफी हैं।
हमसे उलझने की कोशिश मत करना
हम खुद नहीं समझ पाए, तुम क्या समझोगे हमें।”
जिनको मेरी फिक्र नहीं
उनका अब कोई जिक्र नहीं।
हमारा शौक तो तलवार रखने का है
बंदूक के लिए तो बच्चे भी जिद करते हैं
हमसे पंगा मत लेना, नहीं तो बची हुई जिंदगी का सफर छोड़ देगा।
मेरे ऐटिटूड में इतना करंट है कि तू जल के ख़ाक हो जाएगी।

जब दुशमन पत्थर मारे तो, उसका जवाब फुल से दो,
बस याद रखना की फुल,उसकी कबर पर होना चाहिये।
नवाब की जिन्दगी जीने के लिए नसीब लगता है,
वर्ना हीरो की जिन्दगी तोह कोई भी जीता है।
दहसत बनाओ तो शेर जैसी बनाओ,
क्योंकि डराना तो गली के कुत्ते भी जानते हैं।
इंसान दुःख में साथ देने बाला होना चाहिए,
बरना ख़ुशी में तो हिजड़े भी नाचने आ जाते हैं।
औकात नहीं है आँख से आँख मिलाने की,
और बात करते है हमारा नाम मिटाने की
हम वो है जो बात से जात
और हरकतों से औकात नाप लेते हैं.!
साँसे तो खुद कि खर्च कर रहे हो,
और फिकर दुनियाँ कि कर रहे हो…!!
जीने की हदें तोड़ने का हमें जुनून है,
बदमाशी करने से मिलता हमें सुकून है।
नखरे तो सिर्फ मम्मी पापा उठाते है,
दुनिया वाले तो बस उंगली उठाते है..!!

जितनी तेरी औकात है उतने तो मेरे नाम के चर्चे है,
और तेरी औकात से ज्यादा मेरे सिगरेट के खर्चे है !!!
जिसे तुम बदमाशी कहते हो वो
खेल हम बचपन से खेलते आ रहे है..!
दिलों की उलझनों का हल है हम,
दुश्मनों की साजिशों का पल है हम।
शौक से करते हैं ये बदमाशी,
क्योंकि दिल से बवाल है हम।
दिल की धड़कन में जोश है,
और आँखों में नशा है।
बदमाशी के इस खेल में,
हम ही तो बेताज बादशाह हैं।
हमारे इश्क की दास्तान भी बड़ी मशहूर है,
दिल साफ़ है, बस अंदाज़ में थोड़ा गुरूर है।
बदमाशी हमारी पहचान नहीं,
पर दोस्ती और दुश्मनी दोनों में सुरूर है।
मेरी बदमाशी मेरी निशानी है
आओ कभी हवेली पे अगर कोई परेशानी है।
बदमाशी छोड़ दी हमने
दुश्मन जानते हैं अभी भी
खौफ देख हमें बाप मानते हैं।
इन्कार है जिन्हे आज मुझसे मेरा वक्त देखकर,
मै खूद को इतना काबील बनाउंगा वो मिलेंगे मूझसे वक्त लेकर!
कैसे अपने कैसे यार
सब के सब निकले गद्दार

हम बदमाशी के स्टूडेंट है
हम समझते नहीं है अपने दुश्मनो को
सीधा जान से मर देते हैं।
मुझे अपनी हद में रहना पसंद है,
लोग इसे मेरा गुरुर समझते है!
मेरे पास दोस्त बहुत कम है लेकिन दुश्मन बहुत ज्यादा है,
क्योंकि दोस्त कम होते है लेकिन दुश्मन ज्यादा!
मै वो लड़का नहीं जो इन तितलियों पर मर जाऊ,
अरे मै बबर सेर हूँ जिसके पीछे लड़कियाँ पड़ती है!
मान लिया कि तु शेर है पर ज्यादा उछल मत,
हम भी शिकारी है ठोक देंगे!
Attitude अपना आग है इसलिए हमारे चरित्र पर दाग है,
दुश्मनो के हम बाप है इसलिए पुरे शहर में अपनी धाक है!
अपना तो अलग ही किस्सा है किताबों में नहीं मिलेगा,
मेरे कारनामो अंदाजा मत लगा तुझे किसी हिसाबों में नहीं मिलगा!
कुछ लोगो को तमीज का नहीं पता,
फिर क्या उन लोगो के लिए हम बदतमीज बन गये!
कुछ यूँ होगा बादशाहत का नज़राना हमारी,
कि पूरा शहर आएगा बंद आखें देखनी हमारी!

होश तो उनके उड़ाएंगे जनाब,
जो खुद को बहुत बड़ी तोप समझते है!
मुझे करना है बदनाम तो किया कर बुराई मेरी,
तेरी औकात नही तू समझ सके हैसियत मेरी!
Badmashi Shayari copy
जिन तूफानों में लोगों के झोपड़े उड़ जाते है,
उन तूफानों में तो हम कपड़े सुखाते है!
घाटे का सौदा हम करते नही,
जो सब पे मरे उस पे हम मरते नही!
किसी को छलते नहीं,
वही लोग आज कल खोटें सिक्के जैसे चलते नही!
सुन बे लोंडे हम से पंगा और भरी,
महफ़िल में दंगा दोनों खतरनाक है!
शेर की भी एक दिन मौत आती है,
बदमाशी है मेरी, कभी न हारती है!
अकेला आया था अकेला ही जाऊंगा,
हाँ हारा हूँ एक ना एक दिन जीत के दिखाऊंगा!
तेरे प्यार की गलियों में मेरी बदमाशी भी संभल जाती है,
तेरी मुस्कुराहट से हर ग़म भूल जाती है!

मेरी जिंदगी पतंग जैसी है,
और मेरे यार इसकी डोर है!
अब मेहनत दिन रात होगी,
सब्र करो एक दिन हमारी भी ऊंची औकात होगी!
पूछा किसी ने क्या पसन्द है
हम ने कह दिया बदमाशी।
तू बदमाश है तो मैं सब बदमाशो का बाप हूं।
गहरी कोई साज़िश लगती है।
हमारे खिलाफ
लेकिन हमे कोई फर्क नहीं पड़ता।
#माँ ने _सिखाया 👉चीजो को सही #जगह पर_ रखना,
और #बाप ने सिखाया 😒#लोगो को उनकी #_औकात 💪में रखना !!
#जिद😣 ना किया करो मेरी 👉#दास्ताँ सुनने 🗣️के लिए,
मै #हंसकर😎 भी #सुनाऊंगा तो तुम रो 😒पड़ोगे !!
#माना 😑की _ऊंचाई पर चढ़ना🤔 #कठिन होता है,
लेकिन #ऊपर 😃से #नज़ारा भी अलग 👌होता है !!
#हमारे 👈तो #दोस्त 👬भी किसी #जादुई _ताबीज़ से कम✌ नहीं,
😊 #गले_लगाते ☝ ही सारे #गम 😥 खींच लेते हो.!!

हम अपने अंदाज मे जीते है,
ये अपना ज्ञान,
कही ओर जाके दो..
कोई सल्तनत नही है मेरे पास,
बस मेरा बाप ही मेरे लिये बादशाह है..
जीवन में कुछ करना हैं न,
तो लड़की के होठों पर नहीं,
हज़ार के नोटों पर ध्यान दो..
तरक्की इतनी करो,
सासें चले या ना चले,
नाम चलता ही रहना चाहिएं…
वक़्त सब बता देता है,
लोगो का साथ भी,
उनकी औकात भी…
हम नही पहचानते उनको,
दौलत का घमंड होता जिनको…
जो चली गई थी, वो लौट आई है,
स्वागत करो बेटा, दरवाजे पर तेरी मौत आई है।
ज़िद समझना हैं तो ज़िद ही सही
पर आत्मसम्मान से बढ़ कर कुछ भी नही..
थूक के चाटने की आदत नही हमारी,
एक बार दिल से निकाल दिया,
फिर वापस आने की औकात नही तुम्हारी…

हमसे उलझने की कोशिश मत करना,
वरना तेरी हस्ती मिटा देंगे।
अच्छा हुआ पूरी दुनिया मेरे खिलाफ है,
अब बराबरी की लड़ाई होगी
हम वहां कदम रखते हैं,
जहां किसी का जाना मुमकिन नहीं।
हमें पागल कहना छोड़ दे,
हम बदमाश हैं, ये याद रख।
हमसे पंगा लेना आसान नहीं,
हम वो हैं जो हवा में भी आग लगा देते हैं।
मेरी औकात से ज्यादा बेटा मेरे नाम के चर्चे है और तेरी
उकात से ज्यादा तो मेरे सिगरेट के खर्चे है!
Badmashi Shayari 2 line
हर बात का साबुत माँगते हो,
प्यार करते हो तो फिर वकील क्यों बनते हो!
राज तो हमारा हर जगह पे है, पसंद करने वालो के दिल में
और नापसंद करने वालों के दिमाग में!
गुरुर तो मुझमें जरा सा भी नही है,
मगर तोड़ना अच्छे से जानता हु…!

चारो तरफ चांद सितारे नजर आएंगे,
मेरी आंखो में देखोगे तो अंगारे नजर आएंगे…!
वो मेरी है यारो जो अभी चमकी है,
इसे रिक्वेस्ट मत सामंझो ये मेरी धमकी है…
मेरी खामोशी को मेरा गम समझते हो,
बेटा तुम अपने बाप को कम समझते हो…!
बिछड़ने वालो से एक बात कहनी थी,
वक्त तुम्हारा भी खराब आ सकता है…!
इतनी सी खुवाईश है के एक शहर बनाऊं,
और तूझे उस शहर की रानी…!
दिल टूटने का दुख इतना था साहेब,
मैने लोगो को तोड़ना शुरू कर दिया है…!
तेरे चेहरे के हजारों चाहने वाले पर
BABY मेरे STATUS के लाखो दिवाने
इतने अमीर तो नहीं कि सब कुछ खरीद ले
पर इतने गरीब भी नहीं हुए कि खुद बिक जाएँ
बेखुदी की जिंदगी हम जिया नहीं करते
जाम दूसरों से छीनकर हम पिया नहीं करते
उनको महोबत है तो आकर इज़हार करें
पीछा हम भी किसी का किया नहीं करते

जी भर गया हो तो बता दो
हमें इंकार पसंद है इंतज़ार नहीं
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