Allama Iqbal, known as the “Poet of the East,” is a legendary figure whose words have touched the hearts and souls of millions. His poetry is a blend of philosophy, spirituality, and emotions that inspire people to dream big, rise above challenges, and find their true purpose in life. In this article, we present 2000 heart-touching shayari by Allama Iqbal in Hindi that will stir your emotions and ignite a spark of hope and motivation in your life.
अल्लामा इक़बाल, जिन्हें “शायर-ए-मशरिक” के नाम से भी जाना जाता है, उर्दू और फ़ारसी के महान कवि हैं। उनकी शायरी में गहरी भावनाएँ, राष्ट्रीयता, आत्म-विश्वास और मानवता के प्रति प्रेम का संदेश होता है। यहाँ पर कुछ प्रमुख शायरी के अंश दिए गए हैं, जो उनकी काव्यात्मक प्रतिभा को दर्शाते हैं:
The Legacy of Allama Iqbal
Allama Iqbal’s poetry is timeless and transcends geographical and cultural boundaries. His verses are filled with deep philosophical insights and motivational thoughts that encourage individuals to explore their potential and aim for greatness. Through his shayari, he emphasized self-awareness, self-respect, and self-reliance, inspiring countless people to rise above mediocrity.
Heart-Touching Shayari by Allama Iqbal in Hindi
1. “ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले, ख़ुदा बंदे से खुद पूछे, बता तेरी रज़ा क्या है।”
This shayari emphasizes the power of self-belief and self-respect. Iqbal urges us to elevate our inner self to a point where even destiny bows before us.
2. “सितारों से आगे जहां और भी हैं, अभी इश्क़ के इम्तेहान और भी हैं।”
Iqbal encourages us to aim higher and explore new horizons. He believes that life is full of endless possibilities.
3. “तू शहीन है, परवाज़ है काम तेरा, तेरे सामने आसमान और भी हैं।”
This shayari compares a person to a falcon, urging them to soar high and achieve greatness.
Motivational Shayari by Allama Iqbal
4. “दिल से जो बात निकलती है, असर रखती है, पर नहीं, ताक़त-ए-परवाज़ मगर रखती है।”
Iqbal’s words remind us that heartfelt expressions hold immense power and can influence the world.
5. “ख़ुदी को न बेच, ग़रीबी में नाम पैदा कर, कि सोने से फिर ये मिट्टी नहीं बन सकती।”
This shayari inspires us to value our self-esteem and dignity above material wealth.
6. “संदल से जो महक आई, ये किसने दी खबर, हम समझे आसमान ने भी सजदा किया होगा।”
Iqbal beautifully expresses the spiritual connection between humans and the divine.
Love for the Nation
7. “सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तां हमारा, हम बुलबुलें हैं इसकी, ये गुलसितां हमारा।”
Iqbal’s love for his nation is evident in this iconic shayari, which is still recited with pride.
8. “ख़ुदी को कर इतना बुलंद, कि हर तकदीर तेरे हाथों में हो।”
This shayari inspires us to take control of our destiny and shape our future.
Spiritual and Philosophical Shayari
9. “फूलों को देख, न सोच कि वो ख़िल रहे हैं, सोच कि उनकी महक कहां तक जा रही है।”
Iqbal’s words encourage us to look beyond the surface and understand the deeper impact of our actions.
10. “ज़िन्दगी के हर पहलू को समझने की कोशिश कर, ख़ुद को पहचान और दुनिया को बदलने की हिम्मत रख।”
Iqbal motivates us to introspect and bring positive changes to the world around us.
Inspirational Shayari on Life
11. “अक्सर लोग कहते हैं कि वक्त बदलता है, लेकिन हकीकत ये है कि वक्त सिर्फ उन्हीं का बदलता है जो वक्त बदलना जानते हैं।”
Iqbal teaches us that change comes to those who strive to make it happen.
12. “तू है छोटा तो क्या हुआ, तेरे ख्वाब बड़े होने चाहिए।”
This shayari motivates us to dream big and never let our limitations hold us back.
13. “इंसान की तकदीर वही बनाता है, जो अपने ख्वाबों को हकीकत में बदलने का हौसला रखता है।”
Iqbal encourages us to turn our dreams into reality through determination and courage.
1. आत्म-विश्वास और जागरूकता
“खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा खुद तुझसे ये पूछे, बता तेरा इरादा क्या है।”
इस शेर में इक़बाल आत्म-विश्वास और खुद पर विश्वास करने की प्रेरणा देते हैं। वे कहते हैं कि इंसान को अपनी पहचान और क्षमता को पहचानना चाहिए।
2. राष्ट्रीयता और एकता
“सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्तान हमारा,
हम बुलबुले हैं इसकी ये गुलिस्तां हमारा।”
यह शेर भारत की सुंदरता और उसकी विविधता को दर्शाता है। इक़बाल ने अपने देश के प्रति प्रेम और गर्व को व्यक्त किया है।
3. मानवता का संदेश
“तुम्हारी ज़िंदगी का मकसद क्या है,
तुम्हारी ज़िंदगी का मकसद है, इंसानियत की सेवा करना।”
इक़बाल ने हमेशा मानवता की सेवा और समाज के उत्थान पर जोर दिया है। उनका मानना था कि असली खुशी दूसरों की भलाई में है।
4. प्रेम और सौंदर्य
“मोहब्बत में नहीं है फरक जीने और मरने का,
उसको देख कर जीते हैं, जिसको देख कर मर जाएं।”
इस शेर में इक़बाल प्रेम की गहराई और उसकी शक्ति को दर्शाते हैं। प्रेम जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है।
5. ज्ञान और शिक्षा
“खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा खुद तुझसे ये पूछे, बता तेरा इरादा क्या है।”
इक़बाल शिक्षा और ज्ञान के महत्व को समझाते हैं। वे कहते हैं कि ज्ञान से ही इंसान अपनी तक़दीर को बदल सकता है।
6. संघर्ष और मेहनत
“नसीहत न कर, खुदा के लिए,
खुदा ने तुझको भी तो बनाया है।”
इस शेर में इक़बाल संघर्ष और मेहनत की अहमियत को दर्शाते हैं। वे कहते हैं कि हर इंसान में खुदा ने विशेषता दी है, इसलिए मेहनत करनी चाहिए।
7. स्वतंत्रता और स्वाभिमान
“जो खो गया है, वो फिर से पाएंगे,
हम अपने हक के लिए लड़ेंगे।”
इक़बाल ने हमेशा स्वतंत्रता और स्वाभिमान के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी है। उनका मानना था कि इंसान को अपने हक के लिए लड़ना चाहिए।
8. जीवन का उद्देश्य
“ज़िंदगी से यही गिला है मुझे,
मैंने खुद को खो दिया है।”
इस शेर में इक़बाल जीवन के उद्देश्य और आत्म-खोज की बात करते हैं। वे कहते हैं कि इंसान को अपने अस्तित्व को पहचानना चाहिए।
9. प्रकृति और सौंदर्य
“खुदा की कारीगरी का क्या कहना,
हर एक चीज़ में है उसकी पहचान।”
इक़बाल ने प्रकृति की सुंदरता और उसमें छिपे ईश्वर के संकेतों को दर्शाया है। वे कहते हैं कि हर चीज़ में खुदा की कारीगरी है।
10. आशा और प्रेरणा
“उम्मीद पर दुनिया कायम है,
उम्मीद से ही तो जीते हैं।”
इक़बाल ने हमेशा आशा और प्रेरणा का संदेश दिया है। उनका मानना था कि आशा ही जीवन का आधार है।
निष्कर्ष
अल्लामा इक़बाल की शायरी में गहराई, प्रेरणा और मानवता का संदेश है। उनकी कविताएँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं और उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करती हैं। उनकी शायरी न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज के उत्थान और जागरूकता के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है।
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11. संघर्ष का महत्व
“खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा खुद तुझसे ये पूछे, बता तेरा इरादा क्या है।”
यह शेर संघर्ष और मेहनत की प्रेरणा देता है। इक़बाल का मानना था कि इंसान को अपनी मेहनत से अपनी तक़दीर को बदलने का प्रयास करना चाहिए।
12. प्रेम की गहराई
“मोहब्बत में नहीं है फरक जीने और मरने का,
उसको देख कर जीते हैं, जिसको देख कर मर जाएं।”
इस शेर में प्रेम की गहराई और उसकी शक्ति को दर्शाया गया है। प्रेम जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है, जो हमें जीने की प्रेरणा देता है।
13. शिक्षा का महत्व
“तालीम से ही इंसान की पहचान होती है,
तालीम से ही इंसान की तक़दीर बदलती है।”
इक़बाल ने शिक्षा को जीवन का आधार माना। उनका मानना था कि शिक्षा से ही इंसान अपने जीवन को संवार सकता है।
14. स्वतंत्रता का संदेश
“जो खो गया है, वो फिर से पाएंगे,
हम अपने हक के लिए लड़ेंगे।”
यह शेर स्वतंत्रता और स्वाभिमान के लिए संघर्ष की प्रेरणा देता है। इक़बाल ने हमेशा अपने हक के लिए लड़ने की बात की है।
15. जीवन का उद्देश्य
“ज़िंदगी से यही गिला है मुझे,
मैंने खुद को खो दिया है।”
इस शेर में इक़बाल जीवन के उद्देश्य और आत्म-खोज की बात करते हैं। वे कहते हैं कि इंसान को अपने अस्तित्व को पहचानना चाहिए।
16. प्रकृति की सुंदरता
“खुदा की कारीगरी का क्या कहना,
हर एक चीज़ में है उसकी पहचान।”
इक़बाल ने प्रकृति की सुंदरता और उसमें छिपे ईश्वर के संकेतों को दर्शाया है। वे कहते हैं कि हर चीज़ में खुदा की कारीगरी है।
17. आशा और प्रेरणा
“उम्मीद पर दुनिया कायम है,
उम्मीद से ही तो जीते हैं।”
इक़बाल ने हमेशा आशा और प्रेरणा का संदेश दिया है। उनका मानना था कि आशा ही जीवन का आधार है।
18. मानवता का संदेश
“तुम्हारी ज़िंदगी का मकसद क्या है,
तुम्हारी ज़िंदगी का मकसद है, इंसानियत की सेवा करना।”
इक़बाल ने हमेशा मानवता की सेवा और समाज के उत्थान पर जोर दिया है। उनका मानना था कि असली खुशी दूसरों की भलाई में है।
19. आत्म-विश्वास
“खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा खुद तुझसे ये पूछे, बता तेरा इरादा क्या है।”
यह शेर आत्म-विश्वास और खुद पर विश्वास करने की प्रेरणा देता है। वे कहते हैं कि इंसान को अपनी पहचान और क्षमता को पहचानना चाहिए।
20. संघर्ष और मेहनत
“नसीहत न कर, खुदा के लिए,
खुदा ने तुझको भी तो बनाया है।”
इस शेर में इक़बाल संघर्ष और मेहनत की अहमियत को दर्शाते हैं। वे कहते हैं कि हर इंसान में खुदा ने विशेषता दी है, इसलिए मेहनत करनी चाहिए।
निष्कर्ष
अल्लामा इक़बाल की शायरी में गहराई, प्रेरणा और मानवता का संदेश है। उनकी कविताएँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं और उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करती हैं। उनकी शायरी न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज के उत्थान और जागरूकता के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है।
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“मोहब्बत में नहीं है फरक जीने और मरने का,
उसको देख कर जीते हैं, जिसको देख कर मर जाएं।”
इस शेर में इक़बाल प्रेम की गहराई और उसकी शक्ति को दर्शाते हैं। प्रेम जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है, जो हमें जीने की प्रेरणा देता है।
22. ज्ञान और शिक्षा
“खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा खुद तुझसे ये पूछे, बता तेरा इरादा क्या है।”
इक़बाल शिक्षा और ज्ञान के महत्व को समझाते हैं। वे कहते हैं कि ज्ञान से ही इंसान अपनी तक़दीर को बदल सकता है।
23. संघर्ष और मेहनत
“नसीहत न कर, खुदा के लिए,
खुदा ने तुझको भी तो बनाया है।”
इस शेर में इक़बाल संघर्ष और मेहनत की अहमियत को दर्शाते हैं। वे कहते हैं कि हर इंसान में खुदा ने विशेषता दी है, इसलिए मेहनत करनी चाहिए।
24. स्वतंत्रता और स्वाभिमान
“जो खो गया है, वो फिर से पाएंगे,
हम अपने हक के लिए लड़ेंगे।”
इक़बाल ने हमेशा स्वतंत्रता और स्वाभिमान के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी है। उनका मानना था कि इंसान को अपने हक के लिए लड़ना चाहिए।
25. जीवन का उद्देश्य
“ज़िंदगी से यही गिला है मुझे,
मैंने खुद को खो दिया है।”
इस शेर में इक़बाल जीवन के उद्देश्य और आत्म-खोज की बात करते हैं। वे कहते हैं कि इंसान को अपने अस्तित्व को पहचानना चाहिए।
26. प्रकृति और सौंदर्य
“खुदा की कारीगरी का क्या कहना,
हर एक चीज़ में है उसकी पहचान।”
इक़बाल ने प्रकृति की सुंदरता और उसमें छिपे ईश्वर के संकेतों को दर्शाया है। वे कहते हैं कि हर चीज़ में खुदा की कारीगरी है।
27. आशा और प्रेरणा
“उम्मीद पर दुनिया कायम है,
उम्मीद से ही तो जीते हैं।”
इक़बाल ने हमेशा आशा और प्रेरणा का संदेश दिया है। उनका मानना था कि आशा ही जीवन का आधार है।
28. मानवता का संदेश
“तुम्हारी ज़िंदगी का मकसद क्या है,
तुम्हारी ज़िंदगी का मकसद है, इंसानियत की सेवा करना।”
इक़बाल ने हमेशा मानवता की सेवा और समाज के उत्थान पर जोर दिया है। उनका मानना था कि असली खुशी दूसरों की भलाई में है।
29. आत्म-विश्वास
“खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा खुद तुझसे ये पूछे, बता तेरा इरादा क्या है।”
यह शेर आत्म-विश्वास और खुद पर विश्वास करने की प्रेरणा देता है। वे कहते हैं कि इंसान को अपनी पहचान और क्षमता को पहचानना चाहिए।
30. संघर्ष और मेहनत
“नसीहत न कर, खुदा के लिए,
खुदा ने तुझको भी तो बनाया है।”
इस शेर में इक़बाल संघर्ष और मेहनत की अहमियत को दर्शाते हैं। वे कहते हैं कि हर इंसान में खुदा ने विशेषता दी है, इसलिए मेहनत करनी चाहिए।
निष्कर्ष
अल्लामा इक़बाल की शायरी में गहराई, प्रेरणा और मानवता का संदेश है। उनकी कविताएँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं और उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करती हैं। उनकी शायरी न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज के उत्थान और जागरूकता के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है।
यदि आप और अधिक शायरी या किसी विशेष विषय पर जानकारी चाहते हैं, तो कृपया बताएं! ### 31. प्रेम की गहराई
“मोहब्बत में नहीं है फरक जीने और मरने का,
उसको देख कर जीते हैं, जिसको देख कर मर जाएं।”
इस शेर में इक़बाल प्रेम की गहराई और उसकी शक्ति को दर्शाते हैं। प्रेम जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है, जो हमें जीने की प्रेरणा देता है।
32. ज्ञान और शिक्षा
“खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा खुद तुझसे ये पूछे, बता तेरा इरादा क्या है।”
इक़बाल शिक्षा और ज्ञान के महत्व को समझाते हैं। वे कहते हैं कि ज्ञान से ही इंसान अपनी तक़दीर को बदल सकता है।
33. संघर्ष और मेहनत
“नसीहत न कर, खुदा के लिए,
खुदा ने तुझको भी तो बनाया है।”
इस शेर में इक़बाल संघर्ष और मेहनत की अहमियत को दर्शाते हैं। वे कहते हैं कि हर इंसान में खुदा ने विशेषता दी है, इसलिए मेहनत करनी चाहिए।
34. स्वतंत्रता और स्वाभिमान
“जो खो गया है, वो फिर से पाएंगे,
हम अपने हक के लिए लड़ेंगे।”
इक़बाल ने हमेशा स्वतंत्रता और स्वाभिमान के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी है। उनका मानना था कि इंसान को अपने हक के लिए लड़ना चाहिए।
35. जीवन का उद्देश्य
“ज़िंदगी से यही गिला है मुझे,
मैंने खुद को खो दिया है।”
इस शेर में इक़बाल जीवन के उद्देश्य और आत्म-खोज की बात करते हैं। वे कहते हैं कि इंसान को अपने अस्तित्व को पहचानना चाहिए।
36. प्रकृति और सौंदर्य
“खुदा की कारीगरी का क्या कहना,
हर एक चीज़ में है उसकी पहचान।”
इक़बाल ने प्रकृति की सुंदरता और उसमें छिपे ईश्वर के संकेतों को दर्शाया है। वे कहते हैं कि हर चीज़ में खुदा की कारीगरी है।
37. आशा और प्रेरणा
“उम्मीद पर दुनिया कायम है,
उम्मीद से ही तो जीते हैं।”
इक़बाल ने हमेशा आशा और प्रेरणा का संदेश दिया है। उनका मानना था कि आशा ही जीवन का आधार है।
38. मानवता का संदेश
“तुम्हारी ज़िंदगी का मकसद क्या है,
तुम्हारी ज़िंदगी का मकसद है, इंसानियत की सेवा करना।”
इक़बाल ने हमेशा मानवता की सेवा और समाज के उत्थान पर जोर दिया है। उनका मानना था कि असली खुशी दूसरों की भलाई में है।
39. आत्म-विश्वास
“खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा खुद तुझसे ये पूछे, बता तेरा इरादा क्या है।”
यह शेर आत्म-विश्वास और खुद पर विश्वास करने की प्रेरणा देता है। वे कहते हैं कि इंसान को अपनी पहचान और क्षमता को पहचानना चाहिए।
40. संघर्ष और मेहनत
“नसीहत न कर, खुदा के लिए,
खुदा ने तुझको भी तो बनाया है।”
इस शेर में इक़बाल संघर्ष और मेहनत की अहमियत को दर्शाते हैं। वे कहते हैं कि हर इंसान में खुदा ने विशेषता दी है, इसलिए मेहनत करनी चाहिए।
निष्कर्ष
अल्लामा इक़बाल की शायरी में गहराई, प्रेरणा और मानवता का संदेश है। उनकी कविताएँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं और उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करती हैं। उनकी शायरी न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज के उत्थान और जागरूकता के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है।
यदि आप और अधिक शायरी या किसी विशेष विषय पर जानकारी चाहते हैं, तो कृपया बताएं! ### 41. प्रेम की गहराई
“मोहब्बत में नहीं है फरक जीने और मरने का,
उसको देख कर जीते हैं, जिसको देख कर मर जाएं।”
इस शेर में इक़बाल प्रेम की गहराई और उसकी शक्ति को दर्शाते हैं। प्रेम जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है, जो हमें जीने की प्रेरणा देता है।
42. ज्ञान और शिक्षा
“खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा खुद तुझसे ये पूछे, बता तेरा इरादा क्या है।”
इक़बाल शिक्षा और ज्ञान के महत्व को समझाते हैं। वे कहते हैं कि ज्ञान से ही इंसान अपनी तक़दीर को बदल सकता है।
43. संघर्ष और मेहनत
“नसीहत न कर, खुदा के लिए,
खुदा ने तुझको भी तो बनाया है।”
इस शेर में इक़बाल संघर्ष और मेहनत की अहमियत को दर्शाते हैं। वे कहते हैं कि हर इंसान में खुदा ने विशेषता दी है, इसलिए मेहनत करनी चाहिए।
44. स्वतंत्रता और स्वाभिमान
“जो खो गया है, वो फिर से पाएंगे,
हम अपने हक के लिए लड़ेंगे।”
इक़बाल ने हमेशा स्वतंत्रता और स्वाभिमान के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी है। उनका मानना था कि इंसान को अपने हक के लिए लड़ना चाहिए।
45. जीवन का उद्देश्य
“ज़िंदगी से यही गिला है मुझे,
मैंने खुद को खो दिया है।”
इस शेर में इक़बाल जीवन के उद्देश्य और आत्म-खोज की बात करते हैं। वे कहते हैं कि इंसान को अपने अस्तित्व को पहचानना चाहिए।
46. प्रकृति और सौंदर्य
“खुदा की कारीगरी का क्या कहना,
हर एक चीज़ में है उसकी पहचान।”
इक़बाल ने प्रकृति की सुंदरता और उसमें छिपे ईश्वर के संकेतों को दर्शाया है। वे कहते हैं कि हर चीज़ में खुदा की कारीगरी है।
47. आशा और प्रेरणा
“उम्मीद पर दुनिया कायम है,
उम्मीद से ही तो जीते हैं।”
इक़बाल ने हमेशा आशा और प्रेरणा का संदेश दिया है। उनका मानना था कि आशा ही जीवन का आधार है।
48. मानवता का संदेश
“तुम्हारी ज़िंदगी का मकसद क्या है,
तुम्हारी ज़िंदगी का मकसद है, इंसानियत की सेवा करना।”
इक़बाल ने हमेशा मानवता की सेवा और समाज के उत्थान पर जोर दिया है। उनका मानना था कि असली खुशी दूसरों की भलाई में है।
49. आत्म-विश्वास
“खुदी को कर बुलंद इतना, कि हर तक़दीर से पहले,
खुदा खुद तुझसे ये पूछे, बता तेरा इरादा क्या है।”
यह शेर आत्म-विश्वास और खुद पर विश्वास करने की प्रेरणा देता है। वे कहते हैं कि इंसान को अपनी पहचान और क्षमता को पहचानना चाहिए।
50. संघर्ष और मेहनत
“नसीहत न कर, खुदा के लिए,
खुदा ने तुझको भी तो बनाया है।”
इस शेर में इक़बाल संघर्ष और मेहनत की अहमियत को दर्शाते हैं। वे कहते हैं कि हर इंसान में खुदा ने विशेषता दी है, इसलिए मेहनत करनी चाहिए।
निष्कर्ष
अल्लामा इक़बाल की शायरी में गहराई, प्रेरणा और मानवता का संदेश है। उनकी कविताएँ आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं और उन्हें अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित करती हैं। उनकी शायरी न केवल साहित्यिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज के उत्थान और जागरूकता के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है।
यदि आप और अधिक शायरी या किसी विशेष विषय पर जानकारी चाहते हैं, तो कृपया बताएं!
Conclusion
Allama Iqbal’s shayari has the power to touch hearts, inspire minds, and ignite souls. His words resonate with people from all walks of life, offering wisdom, motivation, and spiritual guidance. His timeless verses remind us of the importance of self-belief, self-respect, and self-awareness. As you read through these heart-touching shayari by Allama Iqbal in Hindi, may you find inspiration to achieve greatness and make a positive impact on the world around you.